फ्रूटी और एप्पी फ़िज़ के सफलता के पीछे है इस महिला का बड़ा हाथ…17 साल की उम्र में कंपनी से जुड़ी और हजारों करोड़ का बनाया ब्रांड, जाने…

हमारे देश में कई ऐसे ब्रांड हैं जो बहुत सफल और लोकप्रिय हैं और उन्हें हर कोई जानता है। आज हम आपको देश की एक सफल और मजबूत महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने 17 साल की छोटी उम्र में अपना बिजनेस सफर शुरू किया और आज खुद को साबित कर रही हैं।
हम बात कर रहे हैं नादिया चौहान की, जिन्हें भले ही देश का हर नागरिक नहीं जानता हो, लेकिन फ्रूटी हर किसी को पसंद है। हालांकि, जिनका बिजनेस जगत से कोई नाता है, वे नादिया के नाम और काम से अच्छी तरह वाकिफ हैं। वह देश की उन चुनिंदा महिलाओं में से एक हैं जो सफल होने के साथ-साथ सशक्त भी हैं।
कम उम्र में बड़ी सफलता…
फ्रूटी आज लोगों के पसंदीदा पेय पदार्थों में से एक है। इसे हर घर तक पहुंचाने का श्रेय उन्हें ही जाता है। उन्होंने बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों और लोगों से तमाम तरह की चुनौतियों का सामना करते हुए अपने ब्रांड को इस मुकाम तक पहुंचाया है। निश्चित रूप से यह आसान नहीं होना चाहिए। नादिया एक बिजनेस फैमिली से ताल्लुक रखती हैं। उनका परिवार पारले एग्रो कंपनी का मालिक है, जो खाद्य और पेय पदार्थ बाजार की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। नादिया ने बस खाली 17 साल की उम्र में बिजनेस संभाला शुरू कर दिया था।
उनकी बहोत ज्यादा मेहनत का नतीजा है कि आज फ्रूटी की कीमत ज्यादा है और 300 करोड़ से रु. 8,000 करोड़ का एक बड़ा जोरदार ब्रांड हो गया है। उन्होंने पारले एग्रो के बिजनेस में अच्छी तरह से विविधता लाई और चुनिंदा ब्रांडों पर निर्भरता कम कर दी। उन्होंने फ्रूटी पर कंपनी की चिप निर्भरता को कम कर दिया, जो एक समय कंपनी के कुल राजस्व में 95 प्रतिशत का योगदान करती थी। नादिया ने उसवक्त बोतलबंद पानी ब्रांड बेलीज़ लॉन्च किया और जोरदार स्पर्धा के बीच इसने रु 1,000 करोड़ के टर्नओवर वाला एक बड़ा बिजनेस खड़ा कर दिया।
नादिया चौहान ने ही एप्पी फ़िज़ ब्रांड लॉन्च किया था। साल 2005 में लॉन्च हुआ यह ड्रिंक आज पारले एग्रो के प्रमुख ब्रांडों में से एक है। जानकारी से पता चला है कि नादिया के परिवार की अभी की संपत्ति 6 अरब डॉलर है।
नादिया ने अपनी पढ़ाई कहाँ से पूरी की है?
नादिया का जन्म कैलिफ़ोर्निया में एक व्यवसायी परिवार में हुआ और उनका पालन-पोषण मुंबई में हुआ। उन्होंने एचआर कॉलेज से कॉमर्स की पढ़ाई की और फोर्ब्स के मुताबिक, नादिया चौहान को उनके पिता ने कम उम्र से ही बिजनेस के लिए तैयार किया था। इतना ही नहीं, नादिया स्कूल के बाद कंपनी के मुंबई मुख्यालय में समय बिताती थीं।